Posted by: Guest on 17-04-2018 05:15
Type: New Facilities/Technology
इस रेल लाइन की मॉनिटरिंग रेलवे के साथ ही नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड के सदस्य व प्रदेश के वन अधिकारी भी करेंगे।
लाइन के निर्माण के दौरान ओवर व अंडर ब्रिज बनाएं जाएंगे। जहां से वन्यप्राणी रेलवे ट्रैक पार किए बिना एक तरफ से दूसरी तरफ आ-जा सकेंगे। अभी ये वन्यप्राणी ट्रैक पार करते हैं और ट्रेन की चपेट में आ जाते हैं। दो साल में 4 बाघ व 4 तेंदुए गंवा चुके हैं जान|
बरखेड़ा से बुदनी के बीच काटे जाएंगे हजारों पेड़
भोपाल रेल मंडल में बीना से इटारसी के बीच तीसरी लाइन का काम बीना से निशातपुरा बीच पूरा हो चुका है। लाइन पर ट्रेनें दौड़ रही हैं। भोपाल से इटारसी के बीच काम चल रहा है, जो लगभग आधा हो चुका है।
इसी के बीच 32 किमी बरखेड़ा-बुदनी का सेक्शन है जो की पूरा जंगल है। इसीलिए स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड लाइन के निर्माण को अनुमति नहीं दे रहा था। बोर्ड के सदस्यों का कहना था कि लाइन बनाने के साथ रेलवे को वन्यप्राणियों के लिए इंतजाम करेंगे होंगे। इसके लिए रेलवे से प्लान मांगा था, जो कई बार निरस्त किया गया। 6 महीने पहले नए सिरे से रेलवे और वन विभाग ने संयुक्त सर्वे कर प्लान तैयार किया। जिसे स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड ने मंजूरी देकर केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय को भेजा था। नेशनल वाइल्ड लाइफ ने 27 मार्च को प्लान पर चर्चा कर अंतिम स्वीकृति दे दी।
- वन्यप्राणियों के लिए ट्रैक पार करने 21 अंडरपास, 3 ओवरपास, 9 स्थानों पर चेनलिंग फेंसिंग व 20 कटिंग क्षेत्रों में चेनलिंग फेंसिंग करनी होगी।
- लाइन के निर्माण में जो पेड़ काटेंगे, उनके बदले 10 गुना पौधारोपण करना होगा।