Source: www.patrika.com
Posted by: ID on 13-08-2016 02:39,
Type: New Facilities/Technology , Zone: North Central Railway)
तकरीबन 80 फीसदी काम पूरा भी हो चुका है। कुछ स्टेशनों के बीच ट्रेनों की आवाजाही भी होने लगी है। तीसरे ट्रैक पर ट्रेन दौडऩे से मुख्य लाइन पर काफी दबाव कम होगा। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यह दिल्ली-मुंबई रूट का ट्रैक है। इस पर ट्रैफिक का काफी दबाव है। यह लगभग 60 से 70 फीसदी ओवर लोड चल रहा है। इसलिए थर्ड लाइन की काफी समय से जरूरत थी।
मालगाडिय़ों की बढ़ेगी स्पीड
थर्ड लाइन निर्माण का असल उद्देश्य मालगाड़ी की स्पीड को बढ़ाना है। वर्तमान में मालगाड़ी को पैसेंजर ट्रैफिक अधिक होने के कारण किसी भी स्टेशन पर खड़ा कर दिया जाता है। नई लाइन के बाद माल की आवाजाही का समय कम होगा और रेलवे को मुनाफा भी होगा।
सुधरेगी ट्रेन टाइमिंग
तीसरा ट्रैक बिछने के बाद ट्रेनों की टाइमिंग में सुधार आएगा। सेक्शन में मालगाड़ी होने से कई बार पैसेंजर ट्रेनों को स्टेशन पर रोकना पड़ता है। नए टैक पर ट्रैफिक को डायवर्ट किया जा सकेगा।
दुर्घटना में भी कारगर
अभी ट्रैक पर दुर्घटना होने पर एक ही लाइन से ट्रेनों के गुजारने पर गाडिय़ां घंटों लेट होती हैं। अतिरिक्त लाइन मिलने से दुघर्टना होने की स्थिति में भी ट्रेनों को निर्वाध रूप से चलाया जा सकेगा।
रफ्तार तेज, ट्रैफिक दबाव कम होगा
ट्रैफिक के दबाव को कम करने में मदद मिलेगी। मालगाडिय़ों की आवाजाही तेजी से होगी। थर्ड लाइन के निर्माण की निगरानी के लिए अधिकारी की नियुक्ति की जा चुकी है।
विजय कुमार, सीपीआरओ, इलाहाबाद जोन