बरौनी-ग्वालियर, गोरखपुर-यशवंतपुर और राप्तीसागर भी इलेक्टिक

Source: epaper.jagran.com

Posted by: दीप on 07-09-2016 00:03, Type: New Facilities/Technology , Zone: North Eastern Railway)

जागरण संवाददाता, गोरखपुर : पूवरेत्तर रेलवे के स्टेशनों का हाल जानने रेलवे बोर्ड की चार सदस्यीय टीम दूसरे दिन मंगलवार को भी गोरखपुर में जमी रही। इस दौरान उन्होंने आसपास के स्टेशनों के अलावा गोरखपुर जंक्शन का भी निरीक्षण किया। यात्री सुविधाओं की जानकारी ली। यात्रियों से खानपान और अन्य मिलने वाली सुविधाओं के बारे में पूछा। प्लेटफार्म नंबर एक और दो से तो संतुष्ट नजर आए, लेकिन आठ और नौ को सबसे खराब बताया। कैंट स्टेशन की बदहाली पर उन्होंने नाराजगी भी जताई। प्लेटफार्मो पर पसरी गंदगी और गड्ढों को देख कहा, इसे जल्दी दुरुस्त कराएं। अपने 10 नंबर की रेटिंग में उन्होंने गोरखपुर को 5 अंक प्रदान किया है। खलीलाबाद रेलवे स्टेशन का जायजा लेने के बाद गोरखपुर जंक्शन पर पहुंची पैसेंजर सर्विसेज कमेटी की चार सदस्यीय टीम ने एक-एक कर सभी यात्री सुविधाओं का बारीकी से निरीक्षण किया। प्लेटफार्मो पर खान पान के साथ ही आटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन, वाटर वेंडिंग मशीन, साफ-सफाई, वेटिंग हाल और प्रसाधन केंद्रों का निरीक्षण किया। प्रसाधन केंद्रों की सफाई और बेहतर करने का सुझाव दिया। टीम के सदस्य प्लेटफार्म एक पर स्थित एएच-व्हीलर के एक स्टाल पर गए तो वेंडर वहां से भाग खड़ा हुआ। उसे बुलाने पर सदस्यों ने परिचय पत्र मांगा तो वह दिखा नहीं सका। जनाहार पहुंची टीम ने किचन का अवलोकन किया। सफाई बेहतर करने के लिए निर्देशित किया। इस दौरान उन्होंने यात्रियों से भी पूछताछ की और यात्री सुविधाओं का हाल जाना। नौ नंबर पर पहुंची टीम धंसे प्लेटफार्म को देख हैरानी जताई। कहा कि इसकी रिपोर्ट बोर्ड की बैठक में रखेंगे। टीम का कहना था कि प्लेटफार्म पर कभी भी दुर्घटना हो सकती है। रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करने के बाद टीम कैंट स्टेशन पहुंची। वहां के प्लेटफार्मो को देखने के बाद वे असंतुष्ट नजर आए। रेलवे बोर्ड की टीम के इस निरीक्षण का उद्देश्य स्टेशन की वास्तविक स्थिति पर रिपोर्ट बनाकर रैंकिंग तय करना है। साथ यह सुनिश्चित करना है कि यात्री सुविधाओं के लिए जो मानक तैयार किए गए हैं, वह यात्रियों को मिल रहे हैं या नहीं।रेलवे स्टेशन पर निरीक्षण करती केंद्र सरकार की तीन सदस्यीय टीम।

वैशाली और मौर्य एक्सप्रेस के बाद अब 12521/12522 राप्तीसागर और 11123/11124 ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस भी इलेक्टिक इंजन से चलने लगी हैं। प्लेटफार्म नंबर 4 और 5 का भी विद्युतीकरण पूरा हो गया है। अब 1, 2 व 2ए के अलावा 4 और 5 से भी इलेक्टिक गाड़ियां चलाई जाएंगी। 1मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय यादव के अनुसार बाराबंकी से छपरा मुख्य रेलमार्ग का विद्युतीकरण पूरा हो चुका है।

12553/12554 वैशाली और 15027/15028 मौर्य एक्सप्रेस पहले से ही इलेक्टिक इंजन से चलाई जा रही हैं। मंगलवार से राप्तीसागर और बरौनी- ग्वालियर एक्सप्रेस भी इलेक्टिक इंजन से चलने लगीं। जल्द ही अन्य महत्वपूर्ण यात्री गाड़ियों को भी इलेक्टिक इंजन से जोड़ दिया जाएगा। कुछ मालगाड़ियों का संचलन भी इलेक्टिक इंजन से हो गया है।

आरामदायक होगी गोरखपुर-यशवंतपुर की राह: 15015/15016 गोरखपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस के यात्रियों की राह और आरामदायक होगी। सीपीआरओ के अनुसार इस ट्रेन में अब आधुनिक एलबीएच कोच लगाए जाएंगे। गोरखपुर से चलने वाली 15015 एक्सप्रेस में 12 सितंबर से तथा यशवंतपुर से चलने वाली 15016 एक्सप्रेस में 15 सितंबर से स्थायी रूप से एलबीएच कोच लगाए जाएंगे। इस ट्रेन में साधारण श्रेणी के 4, शयनयान श्रेणी के 7, एसी थर्ड टियर के 6 और टू टियर के 3 कोच लगाए जाएंगे।

लगेंगे अतिरिक्त कोच: 12589 गोरखपुर-सिकंदराबाद एक्सप्रेस में 7 सितंबर को गोरखपुर से तथा 12590 सिकंदराबाद-गोरखपुर एक्सप्रेस में 9 सितंबर को सिकंदराबाद से शयनयान श्रेणी के एक-एक अतिरिक्त कोच लगाए जाएंगे।