Source: m.khabar.ibnlive.com
Posted by: ID on 29-05-2016 02:29,
Type: New Facilities/Technology , Zone: North Eastern Railway)
बता दें कि परीक्षण खाली डिब्बों और उसके बाद उन्हें रेत की बोरियों से भरकर किया जाएगा। जांच दल परीक्षण के दौरान डिब्बों में रहेगा। अधिकारी ने बताया कि टैलगो डिब्बों का वजन कम होता है और उन्हें इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि वो गति कम किए बिना भी घुमावदार पटरियों पर चल सकते हैं।
नौ डिब्बों वाले टैलगो ट्रेन में दो एक्जीक्यूटिव क्लास कार, चार चेयर कार, एक कैफेटेरिया और एक पावर कार और एक कर्मचारियों के लिए टेल-एंड कोच और उपकरण होंगे। बरेली और मुरादाबाद के बीच 90 किलोमीटर लंबे खंड पर परीक्षण दो सप्ताह तक चलेगा। इसके बाद इसका परीक्षण मथुरा और पलवल के बीच राजधानी ट्रेन के मार्ग पर 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से 40 दिनों तक किया जाएगा। तीसरा परीक्षण दिल्ली और मुंबई के बीच दो सप्ताह तक चलेगा।