Source: www.patrika.com
Posted by: Vinod on 06-01-2017 03:51,
Type: New Facilities/Technology , Zone: Western Railway)
अनुसंधान अभिकल्प एवं मानक संगठन के सेक्शन इंजीनियर एेके पांडे ने पत्रिका को बताया कि विशेष रेलपथ अभिलेख यान का कार्य देशभर के अलग-अलग सेक्शन में तीन माह में एक बार ट्रैक की जांच करना होता है। ट्रैक की गुणवत्ता व उसकी सुरक्षा को देखा जाता है। इसमे गेज, पटरी का क्रासलेवल आदि की जांच ट्रैक जिमेट्री इन्डेक्य बनाती है। सही मायनों में कहा जाए तो पटरी की हेल्थ इससे पता चलती है। इसको 180 केपीएमएचएस से लेकर 310 केपीएमएचएस तक जांचा जाता है।