Source: naidunia.jagran.com
Posted by: ID on 14-05-2018 05:57,
Type: New Facilities/Technology , Zone: South Central Railway)
सारे प्रयासों के बाद भी डीजल इंजन व रैक की कपलिंग नहीं जुड़ी। आखिरकार इंजन को आगे बढ़ाया गया और रैक को पीछे से शंटिंग इंजन से धक्का देकर 70 मीटर बढ़ाया गया। इसके बाद ही कपलिंग जुड़ी और ट्रेन आगे रवाना हुई। यह नई ट्रेन है।
शनिवार को इंदौर से लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इसे झंडी दिखाई थी। रविवार को यह ट्रेन दुर्ग से वापस हो रही थी। बिलासपुर में मंत्री अमर अग्रवाल व सांसद लखनलाल साहू ट्रेन के पहुंचने से पहले स्टेशन पहुंचे। ट्रेन 37 मिनट देर से दोपहर 1.22 बजे प्लेटफार्म एक पर आई।
ट्रेन यहां बिजली वाले इंजन से पहुंची थी, आगे इसमें डीजल इंजन लगना था। 20 मिनट में इंजन बदलने के साथ ट्रेन को झंडी दिखाकर रवाना करने का कार्यक्रम था। बहरहाल, डीजल इंजन लाया गया, जैसे ही इसे लगाने की कोशिश की गई, कपलिंग नहीं जुड़ी।
इस दौरान प्रभारी डीआरएम समेत कमर्शियल, मैकेनिकल विभाग के अधिकारियों ने ट्रैक की इस तकनीकी खामी को पकड़ा। हालांकि तब तक अतिथि इंजन को झंडी दिखाने के लिए खड़े हो गए थे। अफसरों ने उन्हें तकनीकी दिक्कत बताई व पुन: कुछ देर कुर्सी पर बैठने का अनुरोध किया।
इधर इंजन को बढ़ाया गया। इसके बाद शंटिंग इंजन से जैसे ही रैक को आगे बढ़ाया गया, कपलिंग आसानी से जुड़ गई। सब सामान्य होने के बाद दोपहर 2.21 बजे इसे झंडी दिखाकर रवाना किया गया प्रभारी डीआरएम ने कहा कि सीधे ट्रैक की खामी कहना सही नहीं है।
किसी भी प्लेटफार्म में एक जगह चिन्हित होती है जहां इंजन जोड़ा जाता है। यह ट्रेन कम कोच की है इसलिए इसे पहले रोका गया था। दूसरा एलएचबी कोच है। इस तकनीकी दिक्कत की वजह क्या है, इसकी जांच कराई जाएगी।