Posted by: Vinod on 02-06-2016 01:57,
Type: New Facilities/Technology , Zone: East Central Railway)
मऊ-ताड़ीघाट बड़ी लाइन की दशकों से लटकी पड़ी योजना को बुधवार को आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीईए) ने मंजूरी दे दी। नई लाइन शुरू होने के बाद उत्तर प्रदेश के इन इलाकों में गंगा से विभाजित इलाकों के लोगों को वैकल्पिक, छोटा, आसान और सुविधाजनक रूट मिल सकेगा। साथ ही दिल्ली-हावड़ा लाइन पर गाड़ियों की रफ्तार भी बढ़ सकेगी।1पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई सीसीईए की बैठक में 51 किमी लंबी इस योजना को मंजूरी दी गई। इसकी अनुमानित लागत 1766 करोड़ आंकी गई है। इसे छह साल में पूरा किया जाना है। लागत राशि में सालाना पांच फीसद तक की वृद्धि को मंजूरी दी गई है। ये दोनों स्टेशन उत्तर प्रदेश में ही आते हैं, लेकिन मऊ रेलवे के उत्तर-पूर्व क्षेत्र के तहत आता है, जबकि ताड़ीघाट टर्मिनल स्टेशन पूर्व-मध्य क्षेत्र के तहत आता है।
नई लाइन के शुरू होने के बाद मऊ और ताड़ीघाट के बीच का रास्ता तो बहुत आसान हो ही जाएगा, दिल्ली-हावड़ा रूट पर भी रेलगाड़ियों की रफ्तार तेज हो सकेगी। सरकार का कहना है कि इलाके के लोगों के लिए यातायात सुगम होने से उनका आर्थिक विकास भी तेज हो सकेगा। यह नई लाइन गंगा से होकर जा रहे एनएच-97 के पुल के पास नदी को पार करेगी और ताड़ीघाट-दिलदार नगर की मौजूदा बड़ी लाइन से जाकर मिल जाएगी। यह इलाहाबाद-पटना डबल लाइन इलेक्ट्रीफाइड खंड को भी लिंक प्रदान करेगी।