Source: www.amarujala.com
Posted by: ID on 03-06-2016 01:05,
Type: New Facilities/Technology , Zone: North Eastern Railway)
ताकि मौजूदा वक्त छोटी लाइन के इस रूट को बड़ी लाइन में परिवर्तित किया जा सके। ऐसा होने से न सिर्फ बहराइच के लोगों को इसका फायदा मिलेगा, बल्कि गोंडा सहित अन्य जनपदों के लोग भी सीधे बड़ी लाइन की ट्रेनों से बहराइच तक की यात्रा का लुत्फ उठा सकेंगे। इस दौरान उन्होंने सुभागपुर में बनकर तैयार हुए नवनिर्मित मालगोदाम का भी फीता काटकर उद्घाटन किया।
गुरुवार को गोंडा दौरे पर आए पूर्वोत्तर रेलवे के जीएम राजीव मिश्र ने बताया कि अभी तक एनई रेलवे में लखनऊ डिवीजन के अंतर्गत आने वाला गोंडा जंक्शन की पहचान छोटी लाइन के तौर पर की जाती थी। लेकिन नौ माह बाद यही रेलवे स्टेशन बड़ी लाइन के हब के तौर पर जाना जाएगा। इसके लिए गोंडा से बलरामपुर छोटी लाइन को बड़ी लाइन में बदला जा चुका है।
जबकि बहराइच छोटी लाइन को बड़ी लाइन में तब्दील करने का काम भी जुलाई महीने के पहले सप्ताह से यहां शुरू होने को है। गोंडा से बहराइच 60 किलोमीटर रेल ट्रैक को अगले 9 महीनों में बड़ी लाइन में तब्दील कर लिया जाएगा। जिसके बाद गोंडा सहित अन्य स्टेशनों से आने वाली बड़ी लाइन की ट्रेनें आसानी से बहराइच तक आ-जा सकेंगी।
उधर जुलाई महीने के पहले हफ्ते से इसका काम चालू होने से रेल के जरिए बहराइच की यात्रा करने वाले करीब 7 हजार यात्रियों की मुश्किलें आगामी 9 महीनों तक के लिए बढ़ी रहेंगी। जिसके लिए उन्हें सड़क मार्ग के जरिए ही अपने गंतव्य की यात्रा करनी पड़ेगी। रेलवे के जीएम राजीव मिश्र के मुताबिक छोटी लाइनों का पूरे रेलवे से एक-एक सफाया किया जा रहा है। आने वाले दिनों में किसी भी रेलवे में कोई भी छोटी लाइन की ट्रेन नहीं चलेगी।
बड़ी लाइन की ट्रेन चलने से लोगों को आवागमन के बेहतर आयाम मुहैया होंगे। जिसके लिए रेल महकमा दिन-रात एक किए है। इस मौके पर जीएम के साथ डीआरएम आलोक सिंह, नीलिमा सिंह, एके सिंह, स्वदेश कुमार सिंह सहित तमाम रेल अधिकारी मौजूद रहे।
गोरखपुर, बढ़नी के बीच चलेगी एक और इंटरसिटी
गोंडा। रेल महकमा जल्द ही लखनऊ से एक इंटरसिटी ट्रेन का संचालन गोरखपुर के बीच करने जा रहा है। यह ट्रेन लखनऊ से गोंडा होते हुए वाया बढ़नी, गोरखपुर के बीच चलेगी। जिससे बलरामपुुर व बहढ़नी जिलों से गोरखपुर व लखनऊ की यात्रा करने वाले लोगों को इसका काफी फायदा मिलेगा।
एनई रेलवे के जीएम राजीव मिश्र का कहना है कि इस ट्रेन का संचालन एक हफ्ते के भीतर किए जाने की योजना है। जबकि गोंडा से होकर आने-जाने वाली ट्रेनें भी अबसे 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी।